Tuesday, 28 February 2012

मूवी रिपोर्ट कार्ड (Film Review)

फिल्म ‘तेरे नाल लव हो गया' में रोचकता है, रोमांस है,कॉमेडी है,सस्पेंस है और इमोशंस भी


बैनर : टिप्स
निर्माता : कुमार तौरानी
निर्देशक : मनदीप कुमार
कलाकार : रितेश देशमुख , जेनेलिया डिसूजा , ओम पुरी और टीनू आनंद
संगीत : सचिन – जिगर
गीत : प्रिया पांचाल और मयूर पूरी

rating : 3/5






रितेश और जेनेलिया की ऑन स्क्रीन जोड़ी पहली फिल्म थी 2003 की ‘तुझे मेरी कसम’….और कई अरसे बाद इस जोड़ी की दूसरी फिल्म आई है ‘तेरे नाल लव हो गया’. इसकी खास बात ये है कि इस फिल्म को देखते वक़्त दर्शक पर्दे पर स्टार कास्ट में जेनेलिया डिसूजा की जगह जेनेलिया देशमुख लिखा हुआ पाएंगे. यानी कि अब दर्शक एक रियल लाइफ जोड़ी को बड़े परदे पर फ़िल्मी अंदाज़ में प्यार रोमांस करते देखेंगे. इस फिल्म में रोचकता है, रोमांस है,कॉमेडी है,सस्पेंस है और इमोशंस भी. जेनेलिया और रितेश के किरदार को देखकर यही लगता है की खासकर इनको ही ध्यान में रखकर इस फिल्म की कहानी लिखी गयी है.
कहानी यूँ है-  मिनी (जेनेलिया डिसूजा) एक अमीर बाप की इकलौती बेटी है जिसके पास कनाडा का ग्रीनकार्ड है और उसके पिता भट्टी साहब (टीनू आनंद) उसकी शादी अपने दोस्त के बेटे से तय कर देते हैं. लेकिन मिनी इतनी जल्दी शादी करना नहीं चाहती. एक दिन मौका देखकर मिनी अपने पिता की कंपनी में काम करनेवाले विरेन (रितेश देशमुख) की मदद से जानबूझकर अपनी किडनैपिंग करवा लेती है. फिर दोनों घरवालों से भागते-फिरते हैं और इसी क्रम में विरेन को एहसास होता है कि उसे मिनी से प्यार हो गया है. मिनी को भी बाद में कुछ ऐसा ही एहसास होता है और वो किसी भी हाल में विरेन से दूर नहीं होना चाहती.
फिल्म की कहानी में नयापन है और पटकथा इतनी दिलचस्प है कि फिल्म शुरू होते ही दर्शकों को सिट से बांध लेती है. डायलौग भी मजेदार हैं. फिल्म में रितेश और जेनेलिया की केमेस्ट्री देखते ही बनती है. डायरेक्टर को यह अच्छी तरह पता था कि ये रियल लाइफ जोड़ी फिल्म में बढ़िया कॉमेडी करती है इसलिए उन्होंने दोनों से उसी मुताबिक अच्छा काम लिया है. लेकिन फर्स्ट हाफ जिस तरह से दर्शकों पर अपना जादू चलता है वैसा असर सेकेण्ड हाफ में नज़र नहीं आता. ऐसा लगता है कि जानबूझकर कहानी खिंची जा रही है. और शायद यह कमजोरी फिल्म में पटकथा की वजह से दिखती है जो सेकेण्ड हाफ में बिखरने लगती है. वैसे मनदीप कुमार की यह पहली निर्देशित हिंदी फिल्म है जिसका रिजल्ट बुरा नहीं कहा जा सकता. शायद वे आगे और भी अच्छा कर सकते हैं. एक्टिंग की बात करें तो रितेश जैसी कॉमेडी करने के लिए जाने जाते हैं उन्होंने ठीक वैसा ही बेस्ट परफोर्मेंस दिया है. अगर जेनेलिया की बात करें तो पूरी फिल्म में वही छाई हुई है और अब तक के उसके फ़िल्मी कैरियर की यह बेस्ट फिल्म और बेस्ट परफोर्मेंस है. कई जगह वो रितेश पर हावी होते दिखती हैं. हो सकता है इस फिल्म के बाद निर्माता इस रियल जोड़ी को अपनी फिल्म में लेने की उत्सुकता दिखाएँ. इनके आलावा फिल्म में ओम पुरी और टीनू आनंद ने अभी अपने किरदार के साथ न्याय किया है.
     फिल्म को जब एक म्यूजिक कंपनी ने बनया है तो ऐसे में यह लाजमी है की उसका संगीत पक्ष मजबूत होगा. उभर रही नयी संगीतकार जोड़ी सचिन-जिगर ने अच्छी धुनें बनायीं हैं लेकिन दो गाने ही ज्यादा असरदार हैं , एक ‘मैं वारी जाऊं…’ और दूसरा ‘ पीपा पीपा हो गया…’  गाना युवाओं की जबान पर पहले से चढ़ा हुआ है. एक आइटम सोंग ‘ मैं तेरी फैन बन गयी..’ गाना भी ठीक-ठाक है लेकिन आईटम डांसर वीणा मल्लिक  अपना जादू चलाने में नाकामयाब रहीं. फिल्म की सिनेमेटोग्राफी और एडिटिंग बस ठीक-ठाक है.
अगर आप एक लव स्टोरी को नए फ्लेवर के साथ हँसते-हँसते देखना चाहते हैं तो फिल्म निराश नहीं करेगी.

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